Saturday, 18 July 2020

उत्तराखंड के महत्वपूर्ण प्रश्न

1-परमार वंश (Parmar Vansh) का आदिपुरुष / संस्थापक था – कनकपाल

2-‘गढ़वाल एन्शियण्ट एण्ड मौडर्न’ पुस्तक के लेखक थे – पातीराम

3-‘पुराना दरबार’ नमक राजप्रसाद स्थित है – टिहरी में

4-‘सभासार’ नामक ग्रंथ के लेखक थे – सुदर्शनशाह

5-गढ़राज्य में भाटों द्वारा रचित गीत कहलाते है – पवाड़ा या पैवाड़ा

6-‘भारतीय लोक साहित्य’ पुस्तक के लेखक हैं – श्याम प्रसाद

7-‘गढ़वाल की दिवंगत विभूतियाँ’ के लेखक हैं – भक्त दर्शन सिंह

8-‘मन्दाकिनी’ नामक पवित्र कुण्ड स्थित है – माउन्ट आबू में

9-‘गढ़वाल का इतिहास’ के लेखक हैं – पं. हरीकृष्ण रतुड़ी

10-‘गढ़वाल वर्णन’ के लेखक हैं – पं. हरीकृष्ण रतुड़ी

11-‘गढ़वाल जाति प्रकाश’ के लेखक हैं – बालकृष्ण भट्ट

12-‘कुमाऊँ का इतिहास’ के लेखक हैं – बद्रीदत्त पाण्डेय

13-1358 में गढ़राज्य की राजधानी ‘चाँदपुर गढ़ी’ से बदलकर श्रीनगर की गई – राजा अजयपाल के शासन काल में

14-मनोदय (ज्ञानोदय) पुस्तक के रचयिता थे – कवि भरत

15-गोरखनाथ पंथ के सन्यासी ‘सरनाथ’ का आवास स्थल था – देवलगढ़ में

16-‘शाह’ की उपाधि धारण करने वाला प्रथम गढ़वाल नरेश था – बलभद्र शाह

17-‘नक कट्टी रानी’ के नाम से प्रसिद्ध रानी थी – रानी कर्णवती

18-मुगल शहजादा ‘दादा शिकोह’ के पुत्र ‘सुलेमान शिकोह’ को आश्रय दिया – पृथ्वीपति शाह ने

19-‘गढ़ गीता संग्राम’ या ‘गणिका नाटक’ ग्रन्थ के लेखक थे – मोलाराम

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